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मधुमालती के अली मंझन शत्तारी राजगीरी

हज़रत इमाम हसन के वंश में से एक सूफ़ी हज़रत मीर सय्यद मोहम्मद हसनी बग़दाद से ख़ुरासान और ख़ुरासान से भारत आए और यहीं बस गए। आप का सिलसिला इस तरह हज़रत इमाम हसन से जा कर मिलता है- मीर सय्यद इमाद-उद्दीन हसनी बिन ताज-उद्दीन बिन मोहम्मद बिन अज़ीज़-उद्दीन हुसैन बिन मोहम्मद अल-क़रशी बिन अबू… continue reading

ख़्वाजा शम्सुद्दीन मुहम्मद ‘हाफ़िज़’ शीराज़ी

लिसानुल-ग़ैब(‘अज्ञात का स्वर’ या स्वार्गिक रहस्यों के व्याख्याता) ख़्वाजा शमसुद्दीन मुहम्मद हाफ़िज़(1315-1390 ई.) ने आठवीं सदी हिजरों में अपनी ग़ज़लों से तसव्वुफ़ के एक बिल्कुल नए रहस्यमयी संसार का दरवाज़ा सबके लिए खोल दिया। हाफ़िज़ के जीवन के संबंध में बहुत कम जानकारी मिलती है। उनके समकालीन लोगों ने भी उनके विषय में कम ही… continue reading

मौलाना जलालुद्दीन रूमी

मौलाना जलालुद्दीन रूमी (1207-1273 ई.) विश्व के सर्वाधिक पढ़े और पसंद किये जाने वाले सूफ़ी शाइर हैं। इनकी शाइरी में रचनात्मक और भावनात्मक रस का प्रवाह इतना बेजोड़ है कि इसकी समता सूफ़ी शाइरी का कोई शाइर न कर पाया। प्रसिद्ध है –मसनवी–ए-मौलवी-ए-मा’नवीहस्त क़ुरआन दर ज़बान-ए-पहलवी(अर्थात –मौलाना रूमी की मसनवी पहलवी भाषा की क़ुरआन है… continue reading

ज़फ़राबाद की सूफ़ी परंपरा

जौनपुर से पूरब की ओर पांच मील की दूरी पर क़स्बा ज़फ़राबाद है . यह शहर जौनपुर से भी पुराना है और एक समय था जब यह एक बहुत बड़ा नगर था और इसकी प्रसिद्धि दूर-दूर तक फैली हुई थी .यहाँ कन्नौज के राजा जयचंद और विजयचंद की सैनिक छावनियाँ थीं . उस काल में… continue reading

अल-ग़ज़ाली की ‘कीमिया ए सआदत’ की दूसरी क़िस्त

प्रथम उल्लास –(अपने-आप की पहचान) पहली किरण भगवत्साक्षात्कार के लिए अपने को पहचानने की आवश्यकता याद रखो, अपने-आपको पहचानना ही श्रीभगवान् को पहचानने की कुंजी है। इसी विषय में महापुरुष ने भी कहा है कि जिसने अपने को पहचाना है उसने निःसन्देह अपने प्रभु को भी पहचान लिया है। तथा प्रभु भी कहते हैं कि… continue reading

जौनपुर की सूफ़ी परंपरा

जौनपुर के प्राचीन इतिहास का अवलोकन करने से पता चलता है कि श्री राम चन्द्र जी के काल में यहाँ कुछ ऋषि निवास करते थे. महाभारत में इसका प्राचीन नाम यमदग्नि पुरा था जो संभवतः प्रख्यात ऋषि यमदग्नि के नाम पर आधारित है. वह वर्तमान जमैथा नामक स्थान पर निवास करते थे जो जफ़राबाद और… continue reading