एकता का महत्व

हज़रत वारिस पाक ने फ़रमाया-
1- जो हमसे मोहब्बत करता है वो हमारा है।
2- हमारे हाँ मजूसी, ई’साई वग़ैरा सब मज़हब वाले बराबर हैं कोई बुरा नहीं।
3- हमारे हाँ तो मोहब्बत ही मोहब्बत है।