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अजमेर विवाद का अविवादित पक्ष

“अजमेरा के मायने चार चीज़ सरनाम ख़्वाजे साहब की दरगाह कहिए, पुष्कर में अश्नान मकराणा में पत्थर निकले सांभर लूण की खान” -(अजमेर हिस्टोरिकल एंड डिस्क्रिपटिव किताब से ) ख़्वाजा साहब और अजमेर का ऐसा नाता है जैसा चन्दन और पानी का है । अजमेर सूफ़ी संतों के लिए एक ऐसा झरना है जहाँ देश… continue reading

Modern Tales of Mullah Nasiruddin -8

There was something uncanny about the city, the airport terminal was half-empty. His hotel was within a few kms of the airport terminal. He was supposed to deliver a lecture in an Istanbul Auditorium near the iconic Topkapi palace on ‘one’s first obligation to consult the truth in their own hearts during the trying times’…. continue reading

अल-ग़ज़ाली की ‘कीमिया ए सआदत’ की चौथी क़िस्त

तृतीय उल्लास (माया की पहचान) पहली किरण-संसार का स्वरूप, जीव के कार्य और उसका मुख्य प्रयोजन याद रखो, यह संसार भी धर्ममार्ग का एक पड़ाव ही है। जो जिज्ञासु भगवान् की ओर चलते हैं, उनके लिये यह मार्ग में आया हुआ ऐसा स्थान है, जैसे किसी विशाल वन के किनारे कोई नगर या बाजार हो।… continue reading

शैख़ फ़रीदुद्दीन अत्तार और शैख़ सनआँ की कहानी

शैख़ फ़रीदुद्दीन अ’त्तार ने अपनी सूफ़ियाना शाइरी से फ़ारसी सूफ़ी साहित्य को विश्व भर में स्थापित कर दिया। शैख़ फ़रीदुददीन अ’त्तार के समक्ष मौलाना रूमी अपने आप को तुच्छ समझते थे – हफ़्त शहरे इश्क़ रा अत्तार गश्त मा हनुज़ अन्दर ख़म-ए-यक कूच:ऐम (अर्थात – अ’त्तार ने इश्क़-ए-हक़ीक़ी के सातों शहरों का भ्रमण कर लिया… continue reading

हज़रत औघट शाह वारसी और उनका कलाम

हिन्दुस्तान की सूफ़ी भक्ति परम्परा कई मायनों में इसे ख़ास बनाती है.सूफ़ियों और भक्ति कवियों ने अपने अपने क्षेत्र के प्रचलित प्रतीकों का अपने काव्य में प्रयोग किया और प्रेम और सद्भावना के सन्देश को आ’म किया. यही कारण है कि हिन्दुस्तान में तसव्वुफ़ और भक्ति आन्दोलन के विविध रूप मिल जाते हैं और हर… continue reading

हज़रत बेदम शाह वारसी और उनका कलाम

सूफ़ी संतों के कलाम भाव प्रधान होते हैं इसलिए जीवन पर अपनी गहरी छाप छोड़ जाते हैं. एक दिन दरगाह निज़ामुद्दीन औलिया में बैठा मैं क़व्वाली सुन रहा था. अक्सर देश भर से क़व्वाल हाज़िरी लगाने हज़रत की दरगाह पर आते हैं और कुछ कलाम पढ़ कर, महबूब-ए-इलाही के प्रति अपनी श्रद्धा व्यक्त करते हैं…. continue reading