सुलूक-ए-नक़्शबंदिया-नासिर नज़ीर फ़िराक़ चिश्ती देहलवी
सिल्सिला-ए-आ’लिया नक़्शबंदिया की इस्तिलाहों की शर्ह में मुतक़द्दिमीन-ओ-मुतअख़्ख़िरीन सूफ़िया रहिमहुमुल्लाह ने दफ़्तर के दफ़्तर सियाह कर डाले हैं। हज़ारों रिसाले और सैंकड़ों किताबें दिखाई देती हैं मगर हज़रत उ’र्वतुल-उस्क़ा ख़्वाजा मोहम्मद मा’सूम ने जो हज़रत मुजद्दिद-अल्फ़-ए-सानी रज़ीयल्लाहु अ’न्हु के फ़र्ज़ंद हैं इस बारे में कमाल किया है। या’नी एक मुरीद के पूछने पर एक छोटे… continue reading